शादी के आयोजन में सबसे पहला सवाल यह खड़ा होता है कि शादी किसी बैंक्वेट हॉल में हो, फाइव स्टार होटल में या पण्डाल में। इसका जवाब एकदम सीधा है-दो या तीन सौ मेहमानों की गैदरिंग के लिए बैंक्वेट हॉल ठीक रहते हैं। आपका बजट अच्छा है तो फाइव स्टार होटल्स चुन सकते हैं। यदि मेहमानों की संख्या पांच-छह सौ से अधिक है तो फार्म हाउस अथवा पण्डाल में आयोजन करना ठीक रहेगा।
पंडाल या बैंक्वेट हॉल आदि की सजावट में बहुत ध्यान देना चाहिए-खासकर फूलों की अच्छी सजावट से माहौल सुंदर और खुशनुमा लगने लगता है।
जयमाला
आजकल शादियों में जयमाला के दौरान रिवॉल्विंग स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन फूलों की वर्षा के बीच मालाओं का आदान-प्रदान करते हैं। इसी प्रकार दूसरा ट्रैन्ड इस प्रकार की स्टेज का है, जिसमें दूल्हा-दुल्हन दोनों तरफ बनी स्वचालित सीढ़ियों से ऊपर आते हैं और नीचे बनी दो स्टेजों पर डांसरों की टोली उनका स्वागत करती है। फिर वे फूलों की वर्षा के बीच मालाओं का आदान-प्रदान करते हैं। पीछे आतिशबाजी के साथ दूल्हा-दुल्हन का नाम जल उठता है।
कैटेरिंग व्यवस्था
शादी की दावत में 100-150 आइटम होना अब आम बात हो गई है। यह एक सर्वमान्य सत्य है कि एक मेहमान औसतन 300 से 400 ग्राम तक ही खा सकता है। आजकल प्रति मेहमान 1 किलो से भी अधिक भोजन की व्यवस्था की जाती है, नतीजतन 50 से 60 प्रतिशत खाना वेस्ट हो जाता है। दिल्ली की शादियों में नॉर्थ इंडियन फूड के साथ राजस्थानी, मुगलई, लखनवी, चाइनीज, साउथ इंडियन, थाई, इटैलियन, मैक्सिकन के साथ ढाबा फूड भी पेश किया जा रहा है। लाइव किचन आज का लेटेस्ट ट्रैंड है। तवा सब्जी, तवा रोटी, ढाबा दाल, तड़का दाल, पास्ता आदि सभी लाइव किचन पर उपलब्ध होता है।
स्नैक्स में अब नयापन लाने के लिए मुरादाबाद, इंदौर, राजस्थान, मुंबई के विशेष स्नैक्स काउंटर लाए जा रहे हैं। मोमोज, स्वीट कॉर्न, दौलत की चाट, ढोकला चाट, फ्लेवर्ड हुक्का आदि लेटेस्ट ट्रैंड है। पीत्जा हट और डॉमिनोज जैसे ब्रांड्स के स्टॉल भी लगाये जाने लगे हैं।
फ्रैश फ्रूट चाट आजकल का पार्टियों का जरूरी हिस्सा हैं। इसमें देसी के साथ विदेशी फ्रूट्स की बहुतायत रहती है। बादाम, खजूर, छुआरे तथा इमली इनमें लेटेस्ट एडीशन हैं। ड्रिंक्स में कैफे कॉफी डे या कोस्टा कॉफी जैसे ब्रांड्स के स्टॉल लगाये जाने लगे हैं। डेजर्ट्स में अब चार-पांच तरह के हलवे के साथ रसमलाई, राज भोग, छैना पाइस, खीर के साथ छैने की अनगिनत मिठाइयां, गजक रेवड़ी के साथ केक, पेस्ट्रीज, टारटर भी पेश किए जाने लगे हैं। आइसक्रीम के दसियों फ्लेवर तो होते ही हैं, कुल्फी की भी अनेक वैरायटी उपलब्ध होती हैं।
मेहमाननवाजी के फॉर्मूले
आने वाले हर मेहमान का स्वागत पर्सनली करने का प्रयास करे। यह कभी न भूलें कि फंक्शन भले ही आपका है, इसकी रौनक मेहमानों से ही है।
विदा होते हुए मेहमानों से पूछें कि उन्होंने भोजन किया अथवा नहीं, उनके आने के लिये उन्हें धन्यवाद दें। आपके ऐसा करने से उन्हें फंक्शन के दौरान कोई असुविधा भी हुई होगी तो वह भूल जाएंगे।
अपने फंक्शन में कोई वीआईपी गेस्ट बुलाया है तो उसके चक्कर में अन्य मेहमानों को न भूलें। वीआईपी गेस्ट से जल्द छुटकारा पा लें या उसे किसी ऐसे परिजन के हवाले कर दें जो उसकी खातिर-तवज्जो करता रहे।
अपने विशिष्ट व करीबी मेहमानों के साथ सानुरोध फोटो खिंचवाएं और उसकी एक प्रति उन्हें भी प्रेषित करें। उन्हें आपका यह अंदाज अच्छा लगेगा।
शादी के सारे कार्यक्रम निबट जाने के बाद आये हुए मेहमानों की सूची बनायें और उन्हें एक धन्यवाद पत्र लिखें, विशेष कर बाहर से आये मेहमानों को।
शादी के सारे कार्यक्रम में घर व ऑफिस के कुछ कर्मचारियों और साथियों का परदे के पीछे और सामने काफी सहयोग रहता है। ऐसे सहयोगियों की सेवाओं को नजरअंदाज न करें, उन्हें सपरिवार सादर निमंत्रित करें और हो सके तो उन्हें कोई यादगार तोहफा भी बाद में दें।
शादी के आयोजन के बाद भाजी या मिठाई बांटना एक भारी बोझ लगता है, इसलिये मेहमानों को विदा करते समय ही यह काम निबटा लें।
यह कभी न भूलें कि शादी का आयोजन एक खुशी का मौका होता है, इस मौके का लाभ उठा कर रूठे रिश्तेदारों, दोस्तों को मनाएं। अप्रिय वाद-विवाद, मनमुटावों को भुला कर पूरी मस्ती से समारोह का आनंद उठाएं।
कैसी हो कैटरिंग
यदि आप पार्टी में नॉन-वेज फूड का इंतजाम कर रहे हैं तो वेजिटेरियन मेहमानों को नजरअंदाज न करें। उनके लिए थोड़ा दूर अलग इंतजाम करें, अरीब-करीब नहीं।
यदि आपने कॉकटेल का इंतजाम किया है तो उसके चक्कर में अन्य मेहमानों का डिनर लेट न करें। उनका भी ख्याल करें। डिनर सही समय पर शुरू करा दें।
कैटेरिंग की व्यवस्था करते समय इस बात पर ज्यादा ध्यान न दें कि आइटम ज्यादा हों, बल्कि यह देखें कि आइटम खाने योग्य हों और खाने वाला उनका भरपूर आनंद ले सके।
कैटेरिंग की व्यवस्था एक अच्छे कैटेरर को सौंपने के बाद किसी जिम्मेदार व्यक्ति को भी यह जिम्मा दें कि वह एक-एक आइटम टेस्ट करके देखे कि उसमें कोई कमी तो नहीं है।
यदि प्रति प्लेट खाने का इंतजाम किया गया है तो दावत शुरू होने से पहले प्लेटों की गिनती कर लें और एक करीब व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपें कि वह उस पर दूर से नजर रखे कि कोई गड़बड़ी न हो।
चाट या स्नैक्स के कुछ स्टॉल्स पर भीड़-सी लगने की संभावना रहती है। ऐसे स्टॉल्स पर ऐसी व्यवस्था पहले से करें कि भीड़ न लगने पाए।