I am a person, with a happy go lucky attitude. I am extremely positive and passionate person. I believe in good human relationship. I am fond of reading books on various subject. I also write as a freelancer in Hindi.
Sunday, December 11, 2011
क्यों डरें ज़िन्दगी में क्या होगा कुछ ना होगा तो तज़रूबा होगा
हँसती आँखों में झाँक कर देखो कोई आँसू कहीं छुपा होगा
इन दिनों ना-उम्मीद सा हूँ मैं शायद उसने भी ये सुना होगा
देखकर तुमको सोचता हूँ मैं क्या किसी ने तुम्हें छुआ होगा
क्यूँ डरें ज़िंदगी में क्या होगा कुछ न हुआ तो तजुरबा होगा वाहा क्या बात है बहुत खूब लिखा है आपने बधाई!! समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है। http://mhare-anubhav.blogspot.com/
1 comment:
क्यूँ डरें ज़िंदगी में क्या होगा
कुछ न हुआ तो तजुरबा होगा
वाहा क्या बात है बहुत खूब लिखा है आपने बधाई!! समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है। http://mhare-anubhav.blogspot.com/
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