Saturday, April 25, 2009

मेरी जिंदगी में शामिल दोस्त

मुझे यह कहने में कोई हर्ज़ नहीं है कि मैं आज अगर जिंदा हूँ तो इस के लिए मेरे दोस्त ही जिम्मेदार हैं । बचपन से जवानी तक मेरे दोस्तों ने मेरा भरपूर साथ दिया । हर दुःख सुख में वो मेरे साथ रहे । जीवन के हर मोड़ पर मुझे दोस्त हमसफ़र बन कर मिले । मेरे नायाब दोस्तों की फेहरिस्त में अनुज दुरेजा, मंजीत सिंह , त्रिलोक अगरवाल , विपिन गुप्ता, राजेश जैन, दिनेश हरभाजंका और हरिमोहन का नाम सबसे ऊपर रहेगा । कुछ दोस्त जो वक्त के साथ कुछ दूर चले गए हैं, उनमें जीतेन्द्र, देवेन्द्र, जगदीप, रमना और कमल शामिल हैं ।